पूरे देश में इन दिनों भारतीय जनता पार्टी संगठन में संगठन आत्मक चुनाव हो रहे हैं बूथ कमेटियों से लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष तक भाजपा में बहुत जल्द बहुत कुछ बदलने वाला है इसी इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश भाजपा संगठन में बड़े बदलाव होने हैं अब तक उत्तर प्रदेश में बूथ कमेटियों का गठन हो चुका है मंडल अध्यक्षों की चुनावी प्रक्रिया तेज है यूपी सरकार और संगठन के कई चेहरों को पर्यवेक्षक बनाया गया है जो जिले में जाकर संगठन के चुनाव में मुख्य भूमिका निभाएंगे और पार्टी में गुटबाजी दूर करने का पूरा प्रयास करेंगे और संगठन को मण्डल से लेकर जिला कमेटी तक मजबूत बनाएंगे और फिर यही जिला कमेटियां प्रदेश संगठन को मजबूत करेंगी लेकिन बूथ कमेटियों से लेकर मंडल अध्यक्ष और जिला अध्यक्ष तक भारतीय जनता पार्टी ने एक बड़ी रणनीति तैयार की है भारतीय जनता पार्टी अब संगठन में युवा महिला दलित पिछड़े और अगड़ों को बराबर हिस्सेदारी देने जा रही है भाजपा के संगठन में सर्व समाज के साथ-साथ युवा भी नजर आने वाले हैं जो 2027 के पहले भाजपा के लिए बूस्टरडोज का काम कर सकते हैं
युवा दलित पिछड़ा वर्ग महिलाओं पर भाजपा का विशेष फोकस सपा के पीडीए को ध्वस्त करने की तैयारी
समाजवादी पार्टी पिछड़ा दलित अल्पसंख्यक समीकरण के साथ भाजपा की संगठन और चुनावी रणनीति पर हावी होना चाहती है समाजवादी पार्टी का पिछड़ा दलित अल्पसंख्यक पीडीए समीकरण 2024 को लोकसभा चुनाव में बेहद असरदार साबित हुआ था हालांकि यह समीकरण हाल ही में हुए 9 सीटों के उप चुनाव में फेल साबित होता हुआ दिखाई दिया लेकिन समाजवादी पार्टी संगठन अपने पिछड़ा दलित अल्पसंख्यक समीकरण पर ही आगे बढ़ेगा ऐसी सपा ने रणनीति तैयार की है
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वहीं दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी इस बार संगठनात्मक चुनाव में युवाओं को बड़ी संख्या में मौका देने जा रही है कहा जा रहा है कि मंडल अध्यक्ष के चुनाव में 35 से 45 वर्ष के युवाओं को मंडल अध्यक्ष बनाया जाएगा जिला अध्यक्ष के चुनाव में 45 से 60 वर्ष की आयु वर्ग के नागरिक शामिल होंगे भाजपा संगठन में महिला दलित अनुसूचित जनजाति पिछड़ा वर्ग व अगड़े वर्ग को साधते हुए मुस्लिम समाज को भी भागीदारी दी जाएगी यानी भाजपा अपनी समावेशी रणनीति पर आगे बढ़ेगी और सबका साथ और सब का विश्वास संगठन में भी दिखाई देगा भाजपा ने भी युवा अगड़े पिछड़े दलित अनुसूचित अल्पसंख्यक इन सभी को संगठन में समायोजित करने की तैयारी कर ली है और इस आधार पर भारतीय जनता पार्टी समाजवादी पार्टी के पिछड़ा दलित समीकरण पीडीए को बड़ी चुनौती पेश करेगी और 2027 के लिए खाका खीचेगी l