पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है। इस एक्शन के बाद पाकिस्तान की ओर से बौखलाहट साफ देखी जा रही है। खुफिया एजेंसियों के अनुसार, पाकिस्तान अब नेपाल बॉर्डर के जरिए भारत में आतंकियों की घुसपैठ की साजिश रच रहा है।
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सूत्रों के मुताबिक 35 से ज्यादा आतंकियों ने नेपाल के रास्ते भारत में घुसने की कोशिश की है, जिसके चलते उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती जिलों में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है।सबसे ज्यादा सुरक्षा काशी में बढ़ाई गयी हैं ,,,,वाराणसी, जो ना सिर्फ आध्यात्मिक राजधानी है बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र भी है, हमेशा से आतंकियों के निशाने पर रहा है। 2006 से लेकर 2010 तक चार बार बम धमाकों की घटनाएं यहां हो चुकी हैं। यही कारण है कि यहां की सुरक्षा को लेकर अब प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियां कोई चूक नहीं करना चाहतीं।घाट के चारों तरफ सशस्त्र पुलिस बल और PAC तैनात कर दी गयी हैं ,हर प्रवेश द्वार पर मेटल डिटेक्टर और बैग स्कैनिंग मशीनें लगाई गई हैं।पुलिस कर्मी ड्रोन कैमरों से घाट की गतिविधियों पर नजर बनाए हुए हैं।इसके आलावा CCTV की निगरानी बढ़ा दी गई है, और फुटेज की लगातार मॉनिटरिंग हो रही है।घाट पर आने-जाने वाले हर श्रद्धालु की गहन जांच की जा रही है।एसएसपी प्रकाश श्रीवास्तव ने बताया,नेपाल बॉर्डर से घुसपैठ की आशंका के मद्देनजर वाराणसी में रेड अलर्ट जारी किया गया है। खासतौर पर घाटों, मंदिरों और भीड़भाड़ वाले इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। ATS और SOG की टीमें भी एक्टिव हैं। हम हर मूवमेंट पर नज़र रख रहे हैं।”बता दे कि जिस तरह पाकिस्तान की साजिशें लगातार भारत की शांति को भंग करने की कोशिश कर रही हैं, उसी तरह भारत भी अब हर मोर्चे पर तैयार है। वाराणसी जैसे शहरों में हर कदम पर नजर और हर संदिग्ध पर कार्रवाई का संकल्प लिया गया है। आने वाले दिनों में सुरक्षा और भी कड़ी की जाएगी।