उत्तर प्रदेश के मेरठ के लिसाड़ीगेट थाना क्षेत्र में सोहेल गार्डन की एक बस्ती में एक ही परिवार के 5 लोगों की निर्मम हत्या ने इलाके को हिला कर रख दिया। मरने वालों में मोइन, उनकी पत्नी असमा और तीन मासूम बेटियां- अफ्सा (8), अजीजा (4) और अदीबा (1) शामिल हैं।
घटना का विवरण
गुरुवार शाम, मकान से बाहर ताला लगा होने की सूचना पर पुलिस पहुंची। घर के अंदर मोइन और उनकी पत्नी के शव जमीन पर पड़े थे, जबकि तीनों बच्चियों के शव बेड के बॉक्स में बोरे में बांधकर छिपाए गए थे। शवों की हालत देखकर लग रहा है कि उनकी हत्या किसी भारी चीज से प्रहार कर की गई।
पुलिस के मुताबिक, बाहर से ताला बंद होने और परिवार से परिचित व्यक्ति पर शक होने की बात सामने आई है। एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने कहा कि यह घटना रंजिश का नतीजा हो सकती है।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
पड़ोसियों ने बताया कि घटना का खुलासा तब हुआ जब मोइन का भाई सलीम अपनी पत्नी के साथ उनसे मिलने आया। दरवाजा बंद देखकर शक हुआ और मामले की जानकारी पुलिस को दी।
Also Read-1978 के संभल दंगों की होगी जांच सत्ता पक्ष विपक्ष मे वार पलटवार आखिर कौन है सियासत का जिम्मेदार
चंद्रशेखर आजाद का तीखा बयान
इस हत्याकांड पर नगीना सांसद और आजाद समाज पार्टी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने राज्य की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने एक्स (ट्विटर) पर लिखा:
“मेरठ के लिसाड़ीगेट क्षेत्र में एक ही परिवार के 5 लोगों की हत्या हृदयविदारक और निंदनीय है। यह घटना न केवल समाज को झकझोरती है, बल्कि प्रदेश की कानून व्यवस्था की विफलता को भी उजागर करती है। अपराधियों के बढ़ते हौसले बताते हैं कि कानून का डर खत्म हो चुका है। दोषियों को जल्द से जल्द सजा दिलाने और कठोर कदम उठाने की जरूरत है।”
पुलिस का बयान और कार्रवाई
पुलिस ने मामले की जांच तेज कर दी है। शुरुआती जांच में हमलावर का परिवार से परिचित होने का शक जताया गया है। घटना ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी है।
जनता की सुरक्षा पर सवाल
इस हत्याकांड ने कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या सरकार जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने में असफल हो रही है? दोषियों को जल्द सजा और ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है।