महाकुंभ 2025 की भव्यता में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सेवा में पूरी तत्परता से जुटा हुआ है। उनका समर्पण और राष्ट्रप्रेम महाकुंभ के इस पवित्र आयोजन को और भी खास बना रहा है।
24 घंटे सुरक्षा की जिम्मेदारी
सीआरपीएफ के जवान 24 घंटे घाटों, मेला परिसर और प्रमुख मार्गों पर सुरक्षा व्यवस्था संभाल रहे हैं। वे आधुनिक तकनीक और सतर्क निगाहों से हर परिस्थिति के लिए तैयार हैं, ताकि किसी भी आपात स्थिति का तुरंत समाधान किया जा सके।

भीड़ नियंत्रण और मार्गदर्शन में भूमिका
महाकुंभ में लाखों श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को संभालने में सीआरपीएफ जवानों का मार्गदर्शन और सहायता अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। उनका सौम्य व्यवहार और तत्परता श्रद्धालुओं को एक सहज और सुरक्षित अनुभव प्रदान कर रही है। इसके अलावा, आपदा प्रबंधन टीम किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पूरी मुस्तैदी से तैयार है।
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गुमशुदा श्रद्धालुओं की मदद में योगदान
सीआरपीएफ के जवान गुमशुदा बच्चों और बुजुर्गों को उनके परिजनों से मिलाने में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं, जिससे श्रद्धालुओं को मानसिक शांति मिल रही है।

राष्ट्र प्रथम: सेवा और समर्पण की मिसाल
सीआरपीएफ के एक अधिकारी ने बताया कि महाकुंभ में हर जवान ‘राष्ट्र प्रथम’ की भावना से अपनी ड्यूटी निभा रहा है। उनका यह सेवा और समर्पण महाकुंभ की आध्यात्मिकता को और भी पवित्र बना रहा है। महाकुंभ 2025 में सीआरपीएफ का यह अटूट योगदान न केवल सुरक्षा का भरोसा दे रहा है, बल्कि यह पूरे देश के लिए एक प्रेरणा का स्रोत भी बन रहा है।