सोशल मीडिया पर एक बड़ा विवाद फिर से सामने आया है, ग्रोक और यूजर्स के बीच बातचीत का एक हिस्सा तेजी से वायरल हो रहा है। ग्रोक से ज़ब सवाल पूछा गया तो उसने जवाब दिया और उस जवाब मे कहा जा रहा है कि मुकेश अंबानी का घर एंटीलिया, मूल रूप से एक वक्फ की ज़मीन पर बना है। तमाम रिपोर्ट और सोशल मीडिया के दावे के अनुसार उस ज़मीन को 2002 में करीमभॉय खोजा ट्रस्ट ने अंबानी को ₹21.05 करोड़ में बेच दिया था, जबकि यह ज़मीन वक्फ संपत्ति के रूप में नामित थी। बिक्री के समय कथित तौर पर वक्फ बोर्ड से अनुमति नहीं ली गई थी, जिससे वक्फ अधिनियम के तहत यह लेनदेन कथित रूप अवैध हो गया।
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महाराष्ट्र राज्य वक्फ बोर्ड ने बाद में बिक्री को चुनौती दी, जिसमें कहा गया कि जमीन उनकी है और इस सौदे में कानूनी प्रक्रियाओं का उल्लंघन किया गया है। यह मामला बॉम्बे हाई कोर्ट में मुकदमेबाजी के अधीन है, लेकिन अभी तक कोई अंतिम फैसला नहीं आया है। किसी जमीन पर वक्फ के दावे का यह इकलौता मामला नहीं बल्कि ऐसे अनेक केस हैं। अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि भारत में साल 1950 में वक्फ बोर्ड के पास मात्र 52 हजार एकड़ जमीन थी, जो 2025 तक बढ़कर 9.4 लाख एकड़ हो चुकी है। फ़िलहाल बिजनेस मैगजीन फोर्ब्स ने भारत के बिजनेस टाइकून और रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी के बहुचर्चित घर ‘ऐंटीलिया’ को ‘दुनिया के अरबपतियों के सबसे महंगे घरों’ की लिस्ट में टॉप पर रखा है। अंबानी का मुंबई स्थित 27 मंजिला घर ‘ऐंटीलिया’ धरती पर सबसे महंगा घर है। क्या अंबानी के इस सबसे महंगे घर पर सरकार कब्ज़ा करके समाज के हित में उसका उपयोग करेंगी।