अपने 50वें दौरे पर वाराणसी पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी की धरती से विपक्ष पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा कि विपक्ष का मंत्र सिर्फ एक है – “परिवार का साथ, परिवार का विकास”, जबकि हमारी सरकार बीते 10 वर्षों से “सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास” के सिद्धांत पर काम कर रही है।
काशी को ₹3,800 करोड़ की विकास परियोजनाओं की सौगात देने के बाद पीएम मोदी ने मेहंदीपुर में एक जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा, “बीते 10 वर्षों में बनारस का कायाकल्प हुआ है। काशी ने विरासत को संजोते हुए भविष्य की ओर कदम बढ़ाया है। आज काशी सिर्फ पुरानी नहीं, प्रगतिशील भी है।”
प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि हनुमान जन्मोत्सव से पहले काशी की जनता आज विकास का उत्सव मना रही है। उन्होंने महात्मा ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले को याद करते हुए कहा कि हम उनके सपनों को साकार कर रहे हैं, खासकर नारी सशक्तिकरण के क्षेत्र में।
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भारत बना सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश
पीएम मोदी ने बताया कि भारत आज दुनिया का सबसे बड़ा दूध उत्पादक देश बन गया है। पिछले 10 सालों में दूध उत्पादन में 65% की बढ़ोतरी हुई है। ये किसानों और पशुपालकों की मेहनत का नतीजा है। सरकार ने उन्हें किसान क्रेडिट कार्ड, लोन में सहूलियत और फ्री वैक्सीनेशन जैसी सुविधाएं दी हैं।
अब काशी बन रही है “आरोग्य की राजधानी”
पीएम मोदी ने कहा, “पहले इलाज के लिए लोगों को दिल्ली-मुंबई भागना पड़ता था, आज बड़े अस्पताल काशी में ही उपलब्ध हैं। आयुष्मान भारत योजना से गरीबों का मुफ्त इलाज हो रहा है और अब उन्हें कर्ज या जमीन बेचने की जरूरत नहीं पड़ती।”
बनारस बदल चुका है
प्रधानमंत्री ने कहा, “जो भी आज काशी आता है, वो यहां की साफ-सफाई, इंफ्रास्ट्रक्चर और सुविधाओं की तारीफ करता है। हर गली, हर मोहल्ला भारत की विविधता और संस्कृति की तस्वीर पेश करता है। काशी-तमिल संगमम् जैसे कार्यक्रम भारत की एकता को और मजबूत कर रहे हैं।” अंत में उन्होंने कहा कि काशी में बहती गंगा सिर्फ जल नहीं, भारत की चेतना का प्रवाह है। काशी आज विकास और विरासत का सबसे बेहतरीन उदाहरण बन चुकी है।