अयोध्या, 14 अप्रैल। श्रीराम मंदिर निर्माण ने सोमवार को एक और ऐतिहासिक मुकाम हासिल कर लिया। मुख्य शिखर पर वैदिक विधियों के साथ कलश की स्थापना पूरी हुई। यह शुभ कार्य सुबह 9:15 बजे शुरू हुआ और 10:30 बजे संपन्न हुआ। इस पवित्र अवसर पर अयोध्या में उत्सव जैसा माहौल रहा और श्रद्धालुओं ने इसे एक अविस्मरणीय क्षण बताया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मौके पर प्रसन्नता जताते हुए कहा कि राम मंदिर का निर्माण केवल एक धार्मिक घटना नहीं, बल्कि यह आध्यात्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक एकता का प्रतीक है। उन्होंने इसे “नए भारत” की दिशा में एक बड़ा कदम बताया और मंदिर निर्माण से जुड़े सभी लोगों को धन्यवाद दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या को विश्वस्तरीय तीर्थ स्थल बनाने के लिए सड़क, रेल और हवाई सुविधाओं के साथ-साथ श्रद्धालुओं के लिए हर संभव सुविधा का विस्तार किया जा रहा है।

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अब अगला चरण – ध्वजदंड की स्थापना
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि वैशाखी और डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती जैसे पावन अवसर पर कलश स्थापना का यह कार्य किया गया। अब मुख्य शिखर पर ध्वजदंड (ध्वज स्तंभ) की स्थापना की तैयारी शुरू हो चुकी है।
उन्होंने बताया कि अब मंदिर परिसर से निर्माण मशीनें हटाई जाएंगी और पहले तल पर राजा राम, सप्तऋषियों और परकोटे के मंदिरों में मूर्तियों की प्राण-प्रतिष्ठा का कार्य शीघ्र ही आरंभ होगा। मंदिर निर्माण पूरी गति से निर्धारित समयसीमा के अनुसार चल रहा है, जिससे भक्तों में जबरदस्त उत्साह है।

रामभक्ति की लहर पूरे देश में फैली
इस ऐतिहासिक मौके ने न सिर्फ अयोध्या, बल्कि पूरे देश में रामभक्ति और उत्साह की लहर दौड़ा दी है। मंदिर निर्माण भारत की सनातन संस्कृति को वैश्विक मंच पर मजबूत करेगा और देशवासियों की आस्था का प्रतीक बनेगा।