उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने प्रदेशवासियों की स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर एक बड़ी और अहम पहल की है। अब प्रदेश के सभी 18 मंडलों में अत्याधुनिक फूड और ड्रग टेस्टिंग लैब स्थापित की जा रही हैं। इनमें से 12 मंडलों में नई लैब का निर्माण किया जा रहा है, जिनमें लखनऊ, कानपुर, सहारनपुर, अयोध्या, अलीगढ़ और गोरखपुर में निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। ये लैब्स जुलाई 2025 से कार्य शुरू कर देंगी।
इन लैब्स में लगाई जा रही हैं हाईटेक मशीनें, जिनसे खाद्य और औषधि सैंपलों की जांच और भी सटीक, तेज और विश्वसनीय हो सकेगी।
टेस्टिंग क्षमता में जबरदस्त बढ़ोतरी:
- खाद्य सैंपल जांच क्षमता: 36,000 से बढ़कर 1,08,000 प्रतिवर्ष
- दवा सैंपल जांच क्षमता: 12,000 से बढ़कर 54,500 प्रतिवर्ष
- ड्रग टेस्टिंग में 450% और फूड टेस्टिंग में 300% की बढ़ोतरी
नई भर्तियां भी होंगी:
इन नई लैब्स के संचालन के लिए 1200 नए पदों पर लैब टेक्नीशियन और असिस्टेंट की भर्ती प्रक्रिया भी जल्द पूरी की जाएगी।
Also Read-दि न्यू यॉर्क टाइम्स ने किया दावा भारतीय सेना के पास नहीं है आधुनिक हथियार !
कौन-कौन से मंडलों में बन रही हैं नई लैब्स?
जहां पहले से लैब्स हैं:
लखनऊ, आगरा, मेरठ, झांसी, गोरखपुर, वाराणसी
जहां नई लैब्स बनाई जा रही हैं:
अलीगढ़, आजमगढ़, प्रयागराज, कानपुर, चित्रकूट, देवीपाटन, अयोध्या, बस्ती, बरेली, मीरजापुर, मुरादाबाद, सहारनपुर
इन लैब्स की मदद से न सिर्फ मिलावटी खाद्य पदार्थों और नकली दवाओं पर लगाम लगेगी, बल्कि यह कदम प्रदेश की अर्थव्यवस्था और जनस्वास्थ्य के लिए एक मील का पत्थर साबित होगा।