एयर इंडिया की फ्लाइट ने गुजरात के अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरी थी। विमान में सवार 242 लोगों को उम्मीद थी कि कुछ ही घंटों में वे अपने गंतव्य पर पहुंच जाएंगे, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। टेकऑफ के कुछ मिनट बाद ही प्लेन क्रैश हो गया, और यह एक मेडिकल कॉलेज की बिल्डिंग पर जा गिरा।
इस भीषण हादसे में अब तक 274 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, क्योंकि हादसे में मेडिकल कॉलेज के छात्र भी मारे गए। प्लेन में सवार 242 में से केवल एक पैसेंजर ही जिंदा बच पाया, बाकी सभी की मौत हो गई। यह हादसा देश को हिला देने वाला था।
मनीषा थापा की पहचान अब भी सवालों के घेरे में
इस विमान में पटना की रहने वाली मनीषा थापा भी थीं, जो बतौर एयर होस्टेस ड्यूटी पर थीं। अब NSG टीम ने प्लेन के टेल सेक्शन से एक महिला क्रू मेंबर का शव बरामद किया है। शुरुआती अनुमान है कि यह मनीषा थापा का हो सकता है, लेकिन DNA रिपोर्ट के बाद ही इसकी पुष्टि हो सकेगी।शव मेडिकल कॉलेज के मेस से लगे मलबे से मिला है, जहां विमान का पिछला हिस्सा गिरा था। NSG की टीम अब भी मलबे की तलाशी में जुटी हुई है ताकि हादसे से जुड़ा कोई भी सुराग न छूटे।
Also Read-सपा में दौड़ी शोक की लहर ,अखिलेश के सबसे करीबी नेता का हुआ निधन
पटना में पसरा मातम का सन्नाटा
मनीषा के परिवार की हालत बेहद खराब है। वे पटना के जगदेव पथ स्थित श्यामा अपार्टमेंट के पास रहते हैं। उनके पिता राजू थापा, बीएसएपी में तैनात हैं और फिलहाल बेगूसराय में पोस्टेड हैं। मां लक्ष्मी थापा एक हाउसवाइफ हैं और बेटी की खबर सुनते ही सदमे में चली गईं। डॉक्टर की निगरानी में उनका इलाज चल रहा है।मनीषा के दो चाचा गुड्डू बहादुर थापा और बबलू थापा भी बीएसएपी में हवलदार हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें हादसे की सूचना मनीषा की सहेली से करीब दोपहर 2 बजे मिली थी।
हर मृतक के लिए विशेष एंबुलेंस तैनात
सरकार की ओर से मृतकों के शव उनके घर तक पहुंचाने के लिए प्रत्येक के लिए एक अलग एंबुलेंस की व्यवस्था की गई है। इन एंबुलेंस में ड्राइवर और पैरामेडिकल स्टाफ भी मौजूद हैं। जैसे ही DNA रिपोर्ट से शवों की पहचान होगी, शवों को उनके परिवारों तक पहुंचाया जाएगा।यह हादसा केवल एक विमान दुर्घटना नहीं, बल्कि सैकड़ों सपनों के टूटने की त्रासदी है। मनीषा थापा जैसे कई परिवार अब भी अपनों की पहचान और वापसी का इंतजार कर रहे हैं।