उत्तर प्रदेश के डिफेंस एक्सपो ग्राउंड में इतिहास रच दिया गया! मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह की मौजूदगी में 60,244 नव-नियुक्त पुलिसकर्मियों को नियुक्ति पत्र दिए गए। इस कार्यक्रम ने न सिर्फ प्रशासनिक कीर्तिमान स्थापित किया, बल्कि ‘स्मार्ट पुलिसिंग’ के विज़न को जमीन पर उतारने का मजबूत संदेश भी दिया।
सीएम योगी का बड़ा बयान
जितना पसीना ट्रेनिंग में बहाओगे, जीवन में उतना ही खून बचेगा।”सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश की पुलिस अब सिर्फ कानून-व्यवस्था की नहीं, बल्कि जनता के भरोसे की पहचान बन रही है। कुंभ जैसे आयोजनों में पुलिस के व्यवहार ने मिसाल कायम की है।
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क्यों ऐतिहासिक था यह नियुक्ति कार्यक्रम?
- यह देश का सबसे बड़ा सिविल पुलिस बल भर्ती कार्यक्रम था।
- 2017 से पहले तक यूपी में नौकरी के लिए भ्रष्टाचार और सिफारिश हावी थी। अब भर्ती पूरी तरह पारदर्शी और मेरिट आधारित हो चुकी है।
- सभी वर्गों – दलित, पिछड़े, महिलाएं और गरीब वर्ग को बराबर का अवसर मिला।
मोदी सरकार का 11 साल का सुशासन, अब ज़मीन पर दिख रहा असर
सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सुशासन, देश सेवा और गरीब कल्याण के 11 वर्षों ने हर भारतीय के जीवन में बदलाव लाया है। यह नियुक्ति समारोह इसी परिवर्तन की मिसाल है।
स्मार्ट पुलिसिंग का UP मॉडल
योगी आदित्यनाथ ने बताया कि पीएम मोदी की SMART Police की परिकल्पना को प्रदेश ने ज़मीनी हकीकत बना दिया है:
- S – Strict & Sensitive
- M – Modern & Mobile
- A – Alert & Accountable
- R – Reliable & Responsible
- T – Tech-savvy & Trained
साइबर और फॉरेंसिक पुलिसिंग को नया बल
- प्रदेश में 8 नई फॉरेंसिक लैब चालू, 6 निर्माणाधीन
- सभी 75 जिलों में 2-2 मोबाइल फॉरेंसिक वैन
- सभी जिलों में साइबर थाने
- 1,994 पुलिस थानों में साइबर हेल्प डेस्क स्थापित
ये सभी व्यवस्थाएं जुलाई 2024 से लागू होने वाले नए आपराधिक कानूनों के मुताबिक तैयार की गई हैं।
अब तक 2.25 लाख पुलिस भर्तियां, कुल 8.5 लाख सरकारी नौकरियां
योगी सरकार ने पिछले 8 साल में प्रदेश में 8.5 लाख से ज्यादा सरकारी नौकरियां दी हैं, जिनमें से 2.25 लाख सिर्फ पुलिस में भर्ती हुई हैं। यह आंकड़ा दिखाता है कि यूपी अब दंगा मुक्त, भय मुक्त और निवेश समर्थ राज्य की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
जब 60,244 युवा एक साथ खड़े हुए
जैसे ही मंच से सीएम योगी का नाम पुकारा गया, 60,244 युवाओं ने एक साथ खड़े होकर उन्हें अपने नियुक्ति पत्र दिखाए। यह दृश्य एक सपनों के सच होने का जश्न था। युवाओं ने ताली बजाकर वादा किया – अब सेवा सिर्फ जनहित में होगी।
इन नवनियुक्तों को मिला मंच से नियुक्ति पत्र
- संतकबीर नगर के सत्यम नायक
- लखीमपुर खीरी के प्रेम सागर
- फर्रुखाबाद की शालिनी शाक्या
- बरेली की शिल्पा सिंह
- बलिया के उपेंद्र यादव
- और 10 अन्य युवा, जिन्हें मंच से नियुक्ति पत्र देकर प्रेरित किया गया।
अब यूपी में नौकरी का मतलब – बिना सिफारिश, बिना घूस, सिर्फ मेहनत से कामयाबी
सीएम योगी ने साफ कहा ,अब यूपी में नौकरी के लिए ना पैसे की जरूरत है, ना सिफारिश की। अब केवल योग्यता और मेहनत ही रास्ता है।”।