उत्तर प्रदेश की सियासत में हलचल तेज हो गई है। हाल ही में 60244 पुलिस कर्मियों को नियुक्ति पत्र देने आये कार्यक्रम में दौरान गृह मंत्री अमित शाह ने उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को संबोधित करते हुए कहा केशव मेरे पुराने मित्र हैं, पार्टी के लिए संघर्ष किया है।”इस बयान ने यूपी भाजपा के गलियारों में सियासी तापमान बढ़ा दिया है।अमित शाह के भाषण का क्लिप सोशल मीडिया पर लगातार वायरल हो रहा है।
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सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी इस पर सियासी तंज कसा है।अपने X हैंडल पर अखिलेश यादव ने लिखा है- ‘इन्होंने इश्तहार में न लगाया उनका चित्र। उन्होंने किसी और को कह दिया ‘मित्र’!’ दरअसल, इस कार्यक्रम के दौरान मंच पर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक समेत कई मंत्री मौजूद थे। अपने भाषण की शुरुआत में अमित शाह ने सबसे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ का नाम लिया। इसके बाद केशव मौर्य का नाम लेते हुए उन्हें अपना मित्र बताया।हालाँकि अमित शाह ने अपने भाषण में ये भी कहा था कि ‘आज उत्तर प्रदेश पुलिस के ऐतिहासिक कार्यक्रम में मेरे साथ मंच पर यूपी के लोकप्रिय और सफल मुख्यमंत्री श्रीमान योगी आदित्यनाथ जी,मौजूद है ,,लेकिन अब पार्टी सूत्रों के मुताबिक, केशव मौर्य को शाह द्वारा मित्र’ कहने को महज शिष्टाचार न मानकर, सियासी संकेत के रूप में देखा जा रहा है।CM योगी आदित्यनाथ ने मंच पर कुछ देर चुप्पी साधे रखी और सूत्रों की मानें तो उन्होंने बाद में अमित शाह के सहयोगियों से नाराज़गी भी जताई।ये पहला मौका नहीं है जब केशव मौर्य को पार्टी के केंद्रीय नेताओं से खास तवज्जो मिली हो।केशव खुद को पिछड़ा वर्ग का मजबूत चेहरा बताते हैं और 2027 की संभावित मुख्यमंत्री दौड़ में खुद को तैयार मानते हैं।वहीं योगी कैंप इसे अपनी स्थिति को कमजोर करने की साज़िश मान रहा है।कार्यक्रम के बाद जब मीडिया ने सवाल पूछा तो केशव मौर्य ने कहा: “मुझे जो भी जिम्मेदारी पार्टी देगी, निभाऊंगा। अमित भाई ने जो कहा वो मेरा सौभाग्य है।उनका यह बयान भी कई संकेत छोड़ गया है।विश्लेषकों का मानना है कि शाह का यह बयान केवल व्यक्तिगत तारीफ नहीं बल्कि 2027 के लिए संकेत हो सकता है।केशव को आगे कर योगी के एकछत्र वर्चस्व को संयमित करने की तैयारी चल रही है।”एक मंच, तीन चेहरे, और BJP के भीतर चलती कई परतों वाली राजनीति” अमित शाह का ‘मित्र’ कहना उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बड़ा संदेश दे गया है।