Home National नीरज चोपड़ा ने रचा इतिहास, बने दुनिया के नंबर-1 जैवलिन थ्रोअर, पाकिस्तान...

नीरज चोपड़ा ने रचा इतिहास, बने दुनिया के नंबर-1 जैवलिन थ्रोअर, पाकिस्तान के अरशद नदीम को पछाड़ा

9
0

भारत के ‘गोल्डन ब्वॉय’ नीरज चोपड़ा ने एक बार फिर देश का नाम रोशन किया है। अपने शानदार प्रदर्शन की बदौलत नीरज अब दुनिया के नंबर-1 जैवलिन थ्रोअर बन गए हैं। उन्होंने ग्रेनेडा के ओलंपिक चैंपियन एंडरसन पीटर्स को पीछे छोड़ते हुए यह मुकाम हासिल किया है। वहीं, पाकिस्तान के अरशद नदीम अब वर्ल्ड रैंकिंग में चौथे स्थान पर पहुंच गए हैं।

कैसे मिला नंबर-1 का ताज
नीरज चोपड़ा के वर्तमान में 1445 पॉइंट्स हैं, जबकि एंडरसन पीटर्स उनसे पीछे 1431 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर हैं। तीसरे स्थान पर जर्मनी के जूलियन वेबर हैं जिनके पास 1407 अंक हैं। पाकिस्तान के अरशद नदीम 1370 पॉइंट्स के साथ चौथे स्थान पर हैं। टोक्यो ओलंपिक के सिल्वर मेडलिस्ट याकुब वाडलेज इस रैंकिंग में पांचवें स्थान पर हैं। नीरज ने 17 सितंबर 2024 को पेरिस ओलंपिक के बाद नंबर-1 की रैंकिंग गंवा दी थी, लेकिन उन्होंने वापसी करते हुए इस खिताब को दोबारा हासिल किया।

इस सीजन में दमदार प्रदर्शन
पोटचेफस्ट्रूम (साउथ अफ्रीका) में आयोजित इनविटेशनल टूर्नामेंट से नीरज ने अपने सीजन की शुरुआत की थी, जहाँ उन्होंने जीत दर्ज की।
डायमंड लीग के दोहा लेग में उन्होंने 90.23 मीटर का थ्रो कर नया राष्ट्रीय रिकॉर्ड बनाया और प्रतिष्ठित 90 मीटर क्लब में शामिल हुए।
इसके बाद पोलैंड के जानुज कुसोकिंस्की मेमोरियल में नीरज ने सिल्वर मेडल अपने नाम किया।

पीटर्स को लगातार पछाड़ा
2022 में एंडरसन पीटर्स ने नीरज को हराकर 89.91 मीटर थ्रो के साथ गोल्ड जीता था, जबकि नीरज 88.39 मीटर के थ्रो के साथ दूसरे स्थान पर रहे थे। लेकिन उसके बाद से नीरज ने हर मुकाबले में पीटर्स को पीछे छोड़ा है। अब तो दोनों के बीच हेड-टू-हेड रिकॉर्ड भी 16-5 नीरज के पक्ष में हो गया है।

भारत में पहली बार इंटरनेशनल जेवलिन थ्रो प्रतियोगिता
अब नीरज चोपड़ा 5 जुलाई से बेंगलुरु में होने जा रही ‘नीरज चोपड़ा क्लासिक’ में हिस्सा लेने जा रहे हैं। यह भारत में आयोजित होने वाली पहली अंतरराष्ट्रीय जेवलिन थ्रो प्रतियोगिता होगी। इसमें दुनिया के कई बेहतरीन थ्रोअर भाग लेंगे। भारत के पांच खिलाड़ी इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में अपनी प्रतिभा दिखाएंगे। इस प्रतियोगिता को भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (AFI) ने मंजूरी दी है और इसे एथलेटिक्स की दुनिया में भारत की नई शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here