बरेली : मैं एडीजी का एआई पीआरओ सब इंस्पेक्टर जारविस बोल रहा हूं। हादसों और चालान से बचने के लिए हेलमेट और सीट बेल्ट जरूर लगाएं।’ बरेली में स्मार्ट सिटी के पब्लिक एड्रेस सिस्टम से जल्द ही आपको यह आवाज सुनाई देगी। स्मार्ट पुलिसिंग को बढ़ावा देने और नई पीढ़ी को जागरूक करने के लिए एडीजी रमित शर्मा ने खुद ही एआई (आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस) पीआरओ (पब्लिक रिलेशन ऑफिसर) बनाया है। उसे सब इंस्पेक्टर की रैंक के साथ ही जारविस नाम दिया गया है।
पुलिस विभाग प्रदेश में यह काम पहली बार करने का दावा कर रहा है। वह स्मार्ट सिटी के कैमरों के जरिये जुड़कर लोगों को वीडियो और ऑडियो मेसेज भेजेगा। एडीजी ने सोमवार को विभिन्न सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट डालकर यह जानकारी साझा की है। लोग इसे हाथोंहाथ ले रहे हैं। एक्स पर पोस्ट किए गए 33 सेकंड के वीडियो में जारविस खुद अपना परिचय दे रहा है।
जारविस ने पहली पोस्ट डालकर अपने काम की शुरुआत कर दी है। उसने 33 सेकंड के वीडियो में बताया है कि हाल ही में एडीजी जोन की ओर से इन्फॉर्मेशन डिसऑर्डर (सूचना विकार) पर जागरूकता कार्यक्रम चलाया गया है। इससे संबंधित लिंक वीडियो के साथ नीचे दिए गए हैं। आठ लिंक में संबंधित विषय के बारे में काफी रोचक जानकारी दी गई है।
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एडीजी रमित शर्मा 1999 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। वह हापुड़ के निवासी हैं और प्रदेश के कई जिलों व महानगरों में तैनात रहे हैं। वह आईआईटी कानपुर से इलेक्टि्कल इंजीनियरिंग में बीटेक हैं। तकनीक को लेकर वह हमेशा जागरूक रहते हैं। एआई तकनीक को पुलिसिंग में इस्तेमाल करने के पक्षधर हैं और इसी सोच को साकार करने के लिए उन्होंने यह प्रयोग किया है।
बरेली जोन के एडीजी रमित शर्मा ने बताया कि विभिन्न मीडिया व सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिये पुलिस जन जागरूकता के प्रयास करती रहती है। एआई तकनीक से डिजिटल पीआरओ बनाकर भी इन्हीं चीजों का प्रसारण किया जाएगा। जाहिर है कि इससे नई पीढ़ी को जागरूक करने में मदद मिलेगी। महिलाओं-बच्चों की सुरक्षा और यातायात नियमों का पालन कराने वाले कार्यक्रमों पर ज्यादा फोकस किया जाएगा।