जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले में शामिल आतंकियों की पहली स्केच सामने आ चुकी है। इन आतंकियों की पहचान आसिफ फौजी, सुलेमान साह और अबू तल्हा के रूप में हुई है। ये सभी लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े आतंकी संगठन “द रजिस्टेंस फ्रंट” (TRF) के सदस्य बताए जा रहे हैं।
यह स्केच घटनास्थल पर मौजूद चश्मदीदों से पूछताछ के आधार पर तैयार की गई है। अब एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) इन स्केच को TRF के अन्य आतंकियों की तस्वीरों से मिलाकर इनकी पहचान पक्की कर रही है।
पहलगाम में कैसे पहुंचे आतंकी?
सूत्रों के अनुसार, ये आतंकी करीब दो हफ्ते पहले भारतीय सीमा में घुसे थे। उन्होंने राजौरी से वधावन होते हुए पहलगाम तक का सफर तय किया, जो रियासी-उधमपुर के इलाके से होकर गुजरता है। आतंकी घटना को अंजाम देने के बाद पास के पहाड़ी जंगलों में छिप गए। सुरक्षा बलों ने पूरे क्षेत्र में तलाशी अभियान तेज कर दिया है।
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चश्मदीद की दर्दनाक आपबीती
हमले में मारे गए एक व्यापारी की बेटी, असावरी, ने बताया कि आतंकियों ने पुरुष पर्यटकों से उनका धर्म पूछने के बाद उन्हें चुन-चुनकर गोली मारी। वह कहती हैं, “आतंकियों ने स्थानीय पुलिस जैसी वर्दी पहन रखी थी, जिससे भ्रम हुआ कि यह कोई एनकाउंटर है।”
“कलमा सुनाओ” फिर मार दी गोली
असावरी ने बताया, “आतंकी हमारे टेंट तक आए और मेरे पापा को बाहर बुलाया। उन्होंने कहा, ‘चौधरी, बाहर निकलो।’ फिर उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी का समर्थन करने का आरोप लगाया और मेरे पापा से इस्लाम की आयत (संभवत: कलमा) सुनाने को कहा। जब पापा नहीं सुना पाए तो तीन गोलियां मार दी गईं – सिर पर, कान के पीछे और पीठ में। मेरे चाचा को भी आतंकियों ने पास से चार-पांच गोलियां मारीं।”
पहलगाम हमले ने देश को झकझोरा
इस निर्मम आतंकी हमले ने न सिर्फ देश को, बल्कि पूरी बॉलीवुड इंडस्ट्री को भी सदमे में डाल दिया है। अब सुरक्षाबल आतंकियों की तलाश में पहलगाम और आसपास के जंगलों में सघन सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं। वहीं गृहमंत्री अमित शाह खुद श्रीनगर में मौजूद हैं और हालात पर पैनी नजर रखे हुए हैं।