रानी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती भाजपा भव्य तरीके से पूरे देश में मना रही हैं । आज उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में भव्य तरीके से प्रदेश स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया। जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेन्द्र सिंह चौधरी, ब्रजेश पाठक, प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह के साथ राज्यसभा सदस्य कविता पाटीदार मौजूद रही। 21 से 31 मई तक प्रदेश भर में अहिल्याबाई होल्कर स्मृति अभियान चलाया जाएगा। जिसमें महिला स्वयंसेवी संगठनों, स्थानीय निकायों और महिला निर्वाचित प्रतिनिधियों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।इस दौरान बैठकें, गोष्ठियां, शोभा यात्रा, महिला सशक्तिकरण दौड़, कॉलेज-विश्वविद्यालयों में प्रतियोगिताएं, नुक्कड़ नाटक, नृत्य-नाटक, सांस्कृतिक कार्यक्रम व प्रदर्शनी का आयोजन होगा।ऐसा कहा जा रहा है कि अहिल्या बाई होल्कर को लेकर बीजेपी इस बार चुनावी एजेंडे भी अपना सेट कर रहीं हैं .
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अहिल्याबाई होल्कर एक ऐसा नाम है। जिन्होंने देश में एकता अखंडता और भारतीय संस्कृत को मजबूत करने का काम किया था। अहिल्या बाई होल्कर ने भारत के तमाम मंदिरों का पुनर्निर्माण कराने में अहम योगदान दिया। सोमनाथ का मंदिर प्रतिहार राजा नागभट्ट ने 815 ईसवी में इसका पुनर्निर्माण कराया और फिर गजनी के सुल्तान महमूद गजनवी ने इस पर आक्रमण कर दिया और मंदिर को तहस- नहस कर लूट लिया गया। इसके बाद 750 वर्षां के बाद 1783 में महारानी अहिल्याबाई ने पुणे के पेशवा के साथ मिलकर ध्वस्त मंदिर के पास अलग मंदिर का निर्माण कराया। इसी तरह काशी के विश्वनाथ मंदिर को नया स्वरूप देने में भी अहिल्या बाई का योगदान था। काशी विश्वनाथ मंदिर के वर्तमान स्वरूप का निर्माण 1780 में अहिल्या बाई ने ही करवाया था।रानी अहिल्याबाई ने अपने राज्य के अंदर और राज्य के बाहर बहुत से निर्माण कार्य करवाये, जिनमें कई प्रसिद्ध मंदिर, घाट, किले और बावड़ियां प्रमुख हैं।उन्होंने बहुत सी धर्मशालाओं का भी निर्माण भी करवाया। उन्होंने गया के विष्णु मंदिर , महेश्वर का किला, महल नर्मदा घाट बनारस के घाट, द्वारका के मंदिरों तथा उज्जैन के मंदिरों का जीर्णोद्धार व निर्माण करवाया। देवी अहिल्याबाई ने न केवल मंदिरों का निर्माण करवाया अपितु रास्तों में धर्मशालाओं और बांवड़ियों का भी निर्माण करवाया था।

अहिल्याबाई होल्कर का नाम आज स्वर्णिम अक्षरों में लिखा और पढ़ा जाता हैं। बीजेपी ने अहिल्याबाई होलकर के जयंती को भव्य व दिव्य तरीके से मनाकर ये सन्देश दे रही है कि बीजेपी भारत के धर्म और संस्कृत को मजबूत करने वाले महापुरषों को आज उतना ही सम्म्मान देती है जितना धर्म को देती हैं ,,,,बता दे कि अहिल्या बाई होलकर एक मराठा राजवंश थी ,, जो मूल रूप से धनगर यानिकि (गड़रिया) समुदाय से आती थी। लेकिन उन्होंने धर्म के लिये अनेकों ऐसे कार्य किये जिसको आज भी लोग याद करते हैं। उत्तर प्रदेश में गड़रिया समाज के अच्छे खासे मतदाता है ,,,जो बीजेपी के पाले में वोट करते आ रहे हैं ऐसे में बीजेपी के इस कार्य से और मजबूती के साथ गड़रिया समाज जुड़ेगा और 27 में बीजेपी को सरकार बनाने में आसानी होगी ,,उत्तर प्रदेश की 2.5. करोड़ पाल बघेल धनगर गडरिया समाज की आबादी है ,,जिसे हर दल अपने पाले में लाने की कोशिश में जुटा हुवा है।