उत्तर प्रदेश में जैसे जैसे विधानसभा का चुनाव का नजदीक आ रहा है वैसे वैसे सभी पार्टियां अपनी अपनी तैयारियों को धार देने में लगी हुई हैं। उत्तर प्रदेश की राजनीति में अभी फ़िलहाल ब्राहण वोट को लेकर अखिलेश यादव और बृजेश पाठक आमने सामने हैं .बीते दिनों अखिलेश यादव साफ कह दिया कि ब्राह्मण इस सरकार में सुरक्षित नहीं हैं .
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अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर ब्राह्मण विरोधी रवैया अपनाने का आरोप लगाया .उन्होंने कहा, “योगी को हाता नहीं भाता, तिलक नहीं लुभाता. क्योंकि आप विरोधी हैं और उन्हें लगता है कि आप उन्हें राजनीतिक रूप से कमजोर कर सकते हैं, इसीलिए सब राजनीतिक कार्रवाई हो रही है.” अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथ को ‘निवर्तमान मुख्यमंत्री’ बताते हुए कहा, “वह निवर्तमान मुख्यमंत्री हैं, इसीलिए अन्याय ज्यादा हो रहा है. दो उपमुख्यमंत्री भी हैं.”लेकिन वो भी सिर्फ अपने राजनीतिक फ़ायदा के लिये काम कर रहे हैं .जब चुनाव आएगा तब ये सब अपनी अपनी जातियों में जाकर बड़ी बड़ी बातें करेंगे .अखिलेश यादव कहा, “ब्राह्मण उत्पीड़न का सवाल हम लोगों ने कोई पहली बार नहीं उठाया है. याद कीजिए वह समय जब कानपुर देहात में एक परिवार को जिंदा जला दिया गया था. जब उस परिवार का बेटा न्याय मांगने गया तो उसे सर्दी में पुलिस ने कपड़े उतारकर पीटा था. अपमानित किया था.”अखिलेश यादव ने कहा कि समाज में ब्राह्मण अग्रणी भूमिका निभाते रहे हैं। वे समाज को दिशा देते हैं। सम्मेलन में उपस्थित नेताओं ने कहा कि भाजपा सरकार में ब्राह्मणों पर हो रहे जुल्म की लंबी दास्तान है।

बस्ती के 17 वर्षीय आदर्श उपाध्याय की पुलिस ने पीट-पीटकर हत्या कर दी। समाजवादी सरकार में ब्राह्मण परिवारों को लैपटॉप बांटा गया। 30 हजार रुपये का कन्याधन दिया गया। गरीब कन्याओं की शादी के लिए अनुदान दिया गया। संस्कृत शिक्षकों का वेतन बढ़ाया गया। वरिष्ठ नागरिकों को श्रवण यात्रा का लाभ दिया गया। भाजपा सरकार ने भगवान परशुराम जयंती पर समाजवादी सरकार के समय जारी सार्वजनिक अवकाश को रद्द कर दिया।उन्होंने कहा, “हम अपने सभी लोगों (ब्राह्मण समाज) को भरोसा दिलाते हैं कि पीडीए (पिछड़े, दलित और अल्पसंख्यक वर्ग) में आप भी शामिल हैं. आप जब कभी अपना नाम संक्षेप में लिखते होंगे तो ‘पीडी’ लिखते होंगे, तो आप तो पहले से ही पीडीए में हैं. हम हर पीड़ित और दुखी व्यक्ति के साथ हैं. हर व्यक्ति जो अपमानित हो रहा है, हम उसके साथ हैं. हम सब मिलकर इस सरकार को हटाने का काम करेंगे.” अखिलेश के आलावा विधानसभा में नेता विरोधी दल माता प्रसाद पांडेय ने कहा कि भाजपा जाति विशेष की सरकार है। ब्राह्मण अब 2027 में भाजपा को हटाकर अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी की सरकार बनाएगा। अखिलेश के इस बयान ने प्रदेश में एक नई रणनीति को जन्म दे दिया है ,डिप्टी सीएम को अखिलेश की बात इतनी चुभ गयी कि वो अखिलेश के बयान का जवाब देने सामने आ गये ,बृजेश पाठक को लगा कि कही अखिलेश खेल ही खेल में ब्राह्मणों को अपनी तरफ मोड़ न लें ,,,बृजेश पाठक ने फिर अखिलेश पर जमकर निशाना साधा और कहा कि कि अखिलेश यादव को ब्राह्मण समाज पर बोलने का कोई अधिकार नहीं है. अखिलेश यादव प्रदेश जाति का जहर घोलने का काम कर रहे हैं ,,पाठक ने आगे कहा कि सपा के शासनकाल में ब्राह्मण समाज के खिलाफ अत्याचार और अपमान के कई उदाहरण गिनाए. उन्होंने कहा, “कन्नौज के मासूम नीरज मिश्र की गर्दन कटवाकर लखनऊ मंगवाने का काम सपा के शासन में हुआ. इटावा में वाजपेयी परिवार का सार्वजनिक अपमान किया गया. सपा के शासनकाल में पूरे प्रदेश में ब्राह्मण समाज पर संगठित ढंग से अत्याचार हुए. जब-जब ब्राह्मण समाज का अपमान हुआ, तब-तब प्रदेश में सपा की सरकार थी.”कुल मिलकर ब्राह्मणों के वोट को लेकर इस बीजेपी और सपा खींचा तानी चल रही हैं .उत्तर प्रदेश में ब्राहण हमेशा से किसी भी पार्टी के जीत हार में बड़ी भूमिका निभाते रहे है ,,,इसी लिए मायावती से लेकर अखिलेश तक ब्राह्मणों को अपने साथ लाने की कोशिश लगे रहे हैं .ब्राहण मतदाता उत्तर प्रदेश में लगभग 115 सीटें पर अच्छा प्रभाव है।