उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के बकेवर थाना क्षेत्र स्थित दान्दरपुर गांव से एक शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है, जिसमें भागवत कथा करने पहुंचे कथावाचक मुकुट मणि यादव और उनके सहयोगी संत कुमार यादव के साथ जातिगत दुर्व्यवहार किया गया। वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि पीड़ित की चोटी और बाल जबरन काटे जा रहे हैं, साथ ही उन्हें एक महिला के पैर छूने और नाक रगड़ने के लिए मजबूर किया गया।
जाति पूछकर की गई बेइज्जती, मारपीट और अमानवीय व्यवहार
कथावाचक दल जब गांव में कथा कर रहा था, तब कुछ स्थानीय लोगों ने कथावाचक की जाति पूछी। जाति का जवाब मिलते ही उन्हें कथावाचक मानने से इनकार करते हुए, बंधक बना लिया गया और मारपीट, बाल काटना, नाक रगड़वाना, हारमोनियम तोड़ना और यहां तक कि कथित तौर पर मानव मूत्र छिड़कने जैसे अमानवीय कृत्य किए गए। पीड़ितों के मुताबिक, उनसे पैसे भी छीन लिए गए।
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अखिलेश यादव ने दी आंदोलन की चेतावनी
घटना सामने आने के बाद समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने X (ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा:दान्दरपुर गांव में भागवत कथा के दौरान कथावाचक और उनके सहायकों की जाति पूछी गई। जाति बताने पर कुछ प्रभुत्ववादी लोगों ने न केवल नाक रगड़वाई और बाल कटवाए, बल्कि इलाके की ‘शुद्धि’ भी करवाई। अगर तीन दिन में कड़ी कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन होगा।”
पुलिस ने दर्ज किया मामला, जांच शुरू
एसएसपी बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने जानकारी दी कि पीड़ितों की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और एडिशनल एसपी की निगरानी में एक जांच टीम बनाई गई है। पुलिस ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।यह घटना न सिर्फ जातीय भेदभाव की दर्दनाक तस्वीर पेश करती है, बल्कि यह भी सवाल खड़ा करती है कि आज भी हमारे समाज में इस तरह की सोच कैसे जिंदा है। अब निगाहें प्रशासन की कार्रवाई और राजनीतिक हलचल पर टिकी हैं।