प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू हुए महाकुंभ मेले में हर दिन लाखों श्रद्धालु देश-विदेश से पहुंच रहे हैं। बढ़ती मांग के कारण हवाई सफर के किराए में भारी इजाफा हो गया, जिससे दिल्ली और मुंबई से प्रयागराज का किराया अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से भी महंगा हो गया। इस स्थिति को देखते हुए सिविल एविएशन मंत्रालय ने एयरलाइंस कंपनियों को उचित किराया तय करने का निर्देश दिया।
Also Read–मौनी अमावस्या पर संगम स्नान: मेला प्रशासन की विशेष तैयारियां
इंडिगो ने हवाई किराए में 30-50% तक की कटौती
देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो (IndiGo) ने मंत्रालय के निर्देश के बाद प्रयागराज की फ्लाइट्स के किराए में 30-50% तक की कटौती की है। हालांकि, एयर इंडिया, अकासा एयर और स्पाइसजेट की ओर से अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
इंडिगो की वेबसाइट के अनुसार:
- 31 जनवरी को टिकट की कीमत ₹21,200 से अधिक थी।
- 12 फरवरी के लिए न्यूनतम किराया ₹9,000 दर्ज किया गया।
सरकार का हस्तक्षेप और नियमित निगरानी
सिविल एविएशन मंत्री राम मोहन नायडू ने वरिष्ठ अधिकारियों और एयरलाइंस प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर हवाई किराए को तर्कसंगत बनाने और उड़ानों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए। मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर पोस्ट कर कहा कि श्रद्धालुओं को आरामदायक सफर देने के लिए नियमित समन्वय बैठकें हो रही हैं।
26 शहरों से जुड़ा प्रयागराज, 132 उड़ानें संचालित
फिलहाल प्रयागराज के लिए 26 शहरों से सीधी और कनेक्टिंग फ्लाइट्स उपलब्ध हैं।
- हर महीने लगभग 80,000 सीटों के साथ 132 उड़ानें संचालित हो रही हैं।
- लखनऊ, दिल्ली, कोलकाता, बेंगलुरु और अहमदाबाद जैसे शहरों से फ्लाइट्स उपलब्ध हैं।
सरकार और एयरलाइंस के इस फैसले से श्रद्धालुओं को अब सस्ती और सुविधाजनक हवाई यात्रा का लाभ मिलेगा।