लखनऊ, पुलिस मुख्यालय में गणतंत्र दिवस के मौके पर डीजीपी प्रशांत कुमार ने सभी पुलिसकर्मियो के मौजूदगी में झंडारोहण किया। डीजीपी ने सभी पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों को शपथ दिलाने के साथ उत्कृष्ट सेवा सम्मान पाने वाले पुलिसकर्मियो को प्रशस्ति पत्र व बैच लगाकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि पुलिसिंग केवल कानून लागू करने तक सिमित नहीं है यह लोगो की सेवा करने उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने और उनकी गरिमा बनाये रखने का काम करती है

पुलिसिंग केवल कानून लागू करने तक सिमित नहीं है-प्रशांत कुमार
पुलिस मुख्ययालय में तैनात सैकड़ो पुलिसकर्मीयो की मौजूदगी में आज डीजीपी ने गणतंत्र दिवस के मौके पर झंडारोहण किया। पुलिस मुख्यालय में तैनात सभी अधिकारियो और पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में झंडारोहण का भव्य आयोजन किया गया इस मौके पर डीजीपी प्रशांत कुमार ने कहा कि पुलिसिंग केवल कानून लागू करने तक सिमित नहीं है बल्कि लोगो की सेवा करने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने का भी काम है। डीजीपी प्रशांत कुमार ने सभी देशवासियो को गणतंत्र दिवस की बधाईया देते हुए कहा कि हमारे पुलिस के अधिकारी और कर्मचारी देश की सेवा में ऐसे ही लगे रहे ये उनकी कामना है। उन्होंने ये भी कहा की सभी राज्यों के सापेक्ष इस साल यूपी पुलिस को शौर्य पुरस्कारों से नवाज़ा गया है। और ये दर्शाता है की जिस तरह जकी बलिदानी हमारे पुलिसकर्मियो ने दी है और उन्होंने अपनी ड्यूटी से आगे बढ़कर उन्होंने देश की सेवा की है ये उसका प्रमाण है राष्ट्रपति पदक मिलता है तो ये उनके लिए गौरव की बात होती है।

महाकुम्भ का मुख्य स्नान आने वाला है उत्तर प्रदेश पुलिस तन-मन-धन से लगी है
प्रयागराज में आयोजित महाकुम्भ 2025 पर डीजीपी ने कहा कि हमारे सामने जो महाकुम्भ का मुख्य स्नान आने वाला है उसके लिए हम तन-मन-धन से लगे है और हमें विश्वास है कि प्रदेशवासी,पत्रकारों और सभी बंधुओ के सहयोग प्राप्त होने के बाद इस परीक्षा में भी सफल होंगे। बीते सालो में एनकाउंटर में शहीद हुए पुलिसकर्मियो पर पूछने पर उन्होंने कहा कि हम सबको आज के दिन याद करते हुए श्द्धांजलि देकर नमन करते हैऔर ुंखी के बलिदान के कारण आज इतना स्वर्णिम इतिहास यूपी पुलिस का रहा है और वो फलीभूत हो रहा है और समाज के हर एक वर्ग में इसकी पहचान है। CM योगी के नेतृत्व में अपराध के प्रति जो जीरो टोलेरेंस के निति वो रंग ला रही है और इससे निवेश भी बढ़ रहा है।
REPORT : SHADAB SIDDIQUE