नई दिल्ली– बांग्लादेश से अवैध रूप से भारत आने वाले घुसपैठियों से सभी परेशान हैं। ये घुसपैठिए सीमा पर लगी तारबंदी के नीचे से भारत में प्रवेश करते हैं और यहां के लोगों के रोजगार पर असर डालते हैं। हाल ही में झारखंड चुनाव प्रचार के दौरान अमित शाह ने इस मुद्दे को उठाया था। अब प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने इस मामले में बड़ी कार्रवाई की है। मनी लॉन्ड्रिंग और बांग्लादेशी घुसपैठियों से जुड़े मामलों में झारखंड और पश्चिम बंगाल के 17 स्थानों पर छापेमारी की गई। यह कदम झारखंड के पहले चरण के मतदान से ठीक एक दिन पहले उठाया गया है।\
एक महीने पहले भी अमित शाह ने चुनाव प्रचार के दौरान बांग्लादेशी घुसपैठियों के मुद्दे को उठाया था। उनके बयान के बाद बांग्लादेश की नई अंतरिम सरकार ने आपत्ति जताते हुए भारतीय राजदूत को तलब किया था। ED की इस कार्रवाई को केंद्र सरकार का बांग्लादेश और झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार पर सख्त संदेश माना जा रहा है। सूत्रों के अनुसार, इसी साल जून में रांची के बरियातू थाने में बांग्लादेशी घुसपैठियों से जुड़े एक मामले में FIR दर्ज की गई थी, और ED अब मनी लॉन्ड्रिंग के पहलू से इसकी जांच कर रही है।
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इस कार्रवाई के बाद बांग्लादेश की अंतरिम सरकार, जिसमें मोहम्मद यूनुस शामिल हैं, पर दबाव बढ़ सकता है। अमित शाह ने अपने भाषण में कहा था कि झारखंड में बांग्लादेशी घुसपैठिये भारतीय युवाओं के रोजगार में बाधा डाल रहे हैं, यहां तक कि झारखंड की लड़कियों से शादी कर रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस पर भी निशाना साधते हुए कहा कि इस मुद्दे पर जेएमएम-कांग्रेस की सरकार मौन है और कांग्रेस ने कश्मीर को आतंक का गढ़ बना दिया था।