प्रयागराज की पावन धरा पर देश की प्रथम नागरिक, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू सोमवार को कदम रखेंगी और इस ऐतिहासिक नगरी की भव्यता व दिव्यता की साक्षी बनेंगी। वे 8 घंटे से अधिक समय तक प्रयागराज में रहेंगी और इस दौरान संगम स्नान, अक्षयवट दर्शन और बड़े हनुमान मंदिर में पूजन-अर्चन करेंगी। इस खास अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उनके साथ मौजूद रहेंगे।
संगम में लगाएंगी आस्था की डुबकी
राष्ट्रपति मुर्मू सुबह संगम नोज़ पहुंचेंगी और त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगाएंगी। गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के इस संगम में स्नान कर वे सनातन संस्कृति की आस्था को मजबूत आधार देंगी। यह एक ऐतिहासिक क्षण होगा, क्योंकि इससे पहले भारत के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने भी महाकुंभ में पावन स्नान किया था।
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देशवासियों की सुख-समृद्धि के लिए करेंगी पूजा
संगम स्नान के बाद राष्ट्रपति अक्षयवट का दर्शन करेंगी, जिसे अमरता का प्रतीक माना जाता है। यह स्थल हिंदू धर्म के पवित्रतम स्थलों में से एक है और इसकी महत्ता पुराणों में भी वर्णित है। इसके बाद वे बड़े हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना कर देशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना करेंगी।
डिजिटल महाकुंभ अनुभव केंद्र का अवलोकन
राष्ट्रपति डिजिटल महाकुंभ अनुभव केंद्र का भी दौरा करेंगी, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पहल पर स्थापित किया गया है। यह केंद्र आधुनिक तकनीक के माध्यम से महाकुंभ मेले की विस्तृत जानकारी प्रदान करता है, जिससे देश-विदेश के श्रद्धालु इस अद्भुत आयोजन को और करीब से अनुभव कर सकें।
राष्ट्रपति का दौरा – एक ऐतिहासिक क्षण!
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का यह दौरा प्रयागराज के लिए ऐतिहासिक होने के साथ-साथ देशभर के श्रद्धालुओं के लिए भी एक प्रेरणादायक क्षण होगा। उनकी उपस्थिति से महाकुंभ के धार्मिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व को नई ऊंचाई मिलेगी।
राष्ट्रपति के आगमन को देखते हुए प्रयागराज में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई है। वे शाम 5:45 बजे प्रयागराज से दिल्ली के लिए रवाना होंगी। यह यात्रा प्रयागराज के गौरवशाली इतिहास में एक सुनहरे अध्याय के रूप में जुड़ने जा रही है।