ईरान में इज़राइली हमले का बड़ा असर देखने को मिला है। सरकारी टीवी चैनल के दफ्तर पर हुए इस हमले के दौरान चैनल में काम करने वाले लखनऊ निवासी पत्रकार रवीश जैदी भी वहां मौजूद थे। सौभाग्य से हमले से करीब 20 मिनट पहले ही वह दफ्तर से निकल चुके थे, जिससे उनकी जान बच गई।
रवीश जैदी के पिता अमीर अब्बास जैदी, जो लखनऊ में रहते हैं, ने इस पूरे मामले पर NDTV से बातचीत में कहा, “अगर मेरा बेटा क़ौम के लिए शहीद हो भी जाता, तो मुझे कोई गम नहीं होता। हमें गर्व है कि वह एक नेक मकसद के लिए काम कर रहा है।”
अमीर अब्बास जैदी ने बताया कि रवीश पिछले 13-14 सालों से ईरान में ईरानी सरकारी चैनल के लिए रिपोर्टर के तौर पर काम कर रहे हैं। हाल ही में उन्होंने अपनी मां को खोया, लेकिन हवाई सेवाएं बाधित होने के कारण वह भारत नहीं लौट सके।
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उन्होंने भावुक होकर बताया, “हमने बेटे से कहा था कि अगर तुम ईरान के लिए शहीद हो भी जाओ, तो भी हमें फख्र होगा। अगर हमारे चारों बेटे भी क़ौम के लिए जान दे दें, तब भी हमें कोई अफसोस नहीं होगा।”
इस हमले का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें देखा गया कि चैनल पर लाइव बुलेटिन के दौरान अचानक जोरदार धमाका होता है और एंकर घबराकर स्टूडियो छोड़ देती है।
यह हमला ईरान और इज़राइल के बीच बढ़ते तनाव को दर्शाता है, जिसमें अब मीडिया संस्थान भी निशाने पर आ गए हैं। रवीश जैदी की सलामती की खबर ने लखनऊ में उनके परिवार और जानने वालों को राहत दी है।