Home विदेश जस्टिन ट्रूडो की खालिस्तान नीति: कैसे बिगाड़े भारत-कनाडा संबंध?

जस्टिन ट्रूडो की खालिस्तान नीति: कैसे बिगाड़े भारत-कनाडा संबंध?

35
0

कनाडा ने भारत के साथ अपने रिश्तों को बुरी तरह से बिगाड़ लिया है। जस्टिन ट्रूडो की सरकार खालिस्तान प्रेम में इस कदर उलझी हुई है कि उसे डिप्लोमेटिक रिश्तों की परवाह नहीं रही। इसी वजह से कनाडा ने भारत पर बेबुनियाद आरोप लगाने शुरू कर दिए हैं। जस्टिन ट्रूडो और उनकी सरकार ने 2023 में खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में भारत के उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा और अन्य भारतीय राजनयिकों पर जुड़ा होने का आरोप लगाया, जिस पर भारत ने कड़ा ऐतराज जताते हुए इसे बेतुका करार दिया।

Also Read-बहराइच में हिंसा के बाद इंटरनेट बंद, जानें कैसे ADG अमिताभ यश संभाल रहे स्थिति

जब भारत ने कनाडा के इन झूठे आरोपों को खारिज कर दिया, तो कनाडा ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग का सहारा ले लिया। इसके बाद भारत ने अपने राजनयिकों को वापस बुला लिया और कनाडा के डिप्लोमेट्स को भी वापस जाने का निर्देश दिया। भारत ने बार-बार निज्जर हत्याकांड में सबूत मांगे, लेकिन कनाडा अब तक कोई सबूत पेश नहीं कर पाया। जस्टिन ट्रूडो केवल राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश में बयानबाजी करते रहे हैं।

अब जब कनाडा के आरोपों का कोई आधार नहीं बचा, तो उसने भारत-कनाडा विवाद में लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नाम घसीट लिया। रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस (RCMP) ने दावा किया कि भारत के ‘एजेंट’ लॉरेंस बिश्नोई गैंग के साथ मिलकर खालिस्तानी समर्थकों को निशाना बना रहे हैं। ये आरोप उस वक्त लगाए गए जब बिश्नोई गैंग महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी की हत्या के मामले में भारत में जांच के घेरे में है।

हालांकि, कनाडा के पास इन आरोपों का भी कोई ठोस सबूत नहीं है। RCMP की असिस्टेंट कमिश्नर ब्रिगिट गौविन का कहना है कि भारतीय एजेंट्स बिश्नोई गैंग के साथ मिलकर कनाडा में खालिस्तान समर्थक तत्वों को निशाना बना रहे हैं। मगर, कनाडा ने इस पर भी कोई प्रमाण प्रस्तुत नहीं किया है, जिससे ये आरोप भी बेबुनियाद साबित हो रहे हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here