उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ का नाम एक बार फिर इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया है। भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने बुधवार को अमेरिका के फ्लोरिडा स्थित कैनेडी स्पेस सेंटर से स्पेसएक्स फाल्कन-9 रॉकेट के जरिए अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) की ऐतिहासिक उड़ान भरी।
यह मिशन इसलिए भी खास है क्योंकि 1984 में राकेश शर्मा के बाद यह पहला मौका है जब कोई भारतीय अंतरिक्ष की यात्रा पर निकला है। शुभांशु की इस उड़ान के साथ लखनऊ को भी गर्व का नया कारण मिल गया है।
घर से आकाश तक पहुंचा जश्न
जैसे ही रॉकेट ने फ्लोरिडा के आसमान में उड़ान भरी, लखनऊ के सिटी मॉन्टेसरी स्कूल में आयोजित ‘व्योमोत्सव’ में मौजूद छात्रों, शिक्षकों और शुभांशु के परिजनों की आंखें नम हो गईं। ऑडिटोरियम तालियों, ‘हिप हिप हुर्रे’ के नारों और उत्साह से गूंज उठा। उनके माता-पिता और बहनों ने भावुक होकर देश के इस गर्व के पल को संजोया।
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सीएम योगी और डिप्टी सीएम ने दी बधाई
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक्स (Twitter) पर 23 सेकंड का वीडियो साझा करते हुए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने लिखा,भारत के लिए गर्व का क्षण! ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर हार्दिक बधाई। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत विज्ञान और वैश्विक सहयोग में नया इतिहास रच रहा है।”डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक ने भी सोशल मीडिया पर शुभकामनाएं दीं और इसे भारतीय अंतरिक्ष इतिहास में मील का पत्थर बताया।
माता-पिता की आंखों में गर्व
शुभांशु के पिता शंभू शुक्ला ने कहा,यह सिर्फ हमारे नहीं, पूरे देश के लिए गर्व का क्षण है। मैं भावुक हूं, शब्द नहीं हैं, बस आशीर्वाद है बेटे के साथ।”वहीं उनकी मां आशा शुक्ला ने कहा,मैं बहुत खुश हूं, जानती हूं कि वह सफल होगा। अब बस उसके लौटने का इंतजार है।”
शहर में दिखा गर्व
लखनऊ के कई इलाकों में पोस्टर और बैनर लगाकर शुभांशु को बधाई दी गई है। सिटी मॉन्टेसरी स्कूल ने इस मौके को यादगार बनाने के लिए पूरे परिसर को एक मिनी स्पेस सेंटर में बदल दिया।शुभांशु की ऐतिहासिक उड़ान न सिर्फ भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए मील का पत्थर है, बल्कि हर उस युवा के लिए प्रेरणा भी है, जो अपने सपनों को अंतरिक्ष तक उड़ाना चाहता है।