महाकुंभ नगर में शुक्रवार को शॉर्ट सर्किट के कारण शिविर में आग लग गई, लेकिन फायर ब्रिगेड की त्वरित कार्रवाई ने एक बड़े हादसे को टाल दिया। इस्कॉन क्षेत्र में लगी आग ने 20-22 टेंटों को अपनी चपेट में ले लिया, लेकिन राहत की बात यह रही कि इस घटना में कोई जनहानि या बर्न इंजरी नहीं हुई। फायर ब्रिगेड की 12 गाड़ियों ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पा लिया।
मुख्य फायर ऑफिसर प्रमोद शर्मा के अनुसार, आग स्वामी हरिहरानंद और सुखदेवानंद के शिविर में लगी थी। मौके पर पहुंचते ही फायर ब्रिगेड ने तत्काल कदम उठाए और आग को और फैलने से रोक लिया। घटना के बाद उत्तरी झूसी के जोनल पुलिस ऑफिसर और अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया।
योगी सरकार की तैयारी से बड़ा हादसा टला
योगी सरकार ने महाकुंभ के लिए आग से सुरक्षा के मद्देनजर पहले से ही व्यापक तैयारियां की थीं। मेला क्षेत्र में 50 फायर स्टेशन और 20 फायर पोस्ट बनाए गए हैं। 4,300 फायर हाइड्रेंट्स और 351 से अधिक अग्निशमन वाहन तैनात किए गए हैं। इसके अलावा 2,000 से अधिक प्रशिक्षित कर्मी भी मौजूद हैं।
Also Read-सीएम योगी का उत्तराखंड दौरा: कृषि, शिक्षा और विकास के क्षेत्र में कई अहम घोषणाएं
योगी सरकार ने महाकुंभ को सुरक्षित बनाने के लिए 131.48 करोड़ रुपए की लागत से फायर सुरक्षा उपकरण और वाहन तैनात किए हैं। साथ ही, मेला क्षेत्र में प्रत्येक अखाड़े के टेंटों को भी अग्नि सुरक्षा उपकरणों से लैस किया गया है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के साथ मॉक ड्रिल्स भी आयोजित की गईं, जिनका अहम योगदान हादसे को टालने में रहा।
अग्नि सुरक्षा के लिए पूरी तत्परता
महाकुंभ के दौरान किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए फायर ब्रिगेड के जवानों की चौकसी से एक और बड़ा हादसा टल गया। प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे सावधानी बरतें और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत अधिकारियों को सूचित करें।