ऑपरेशन सिंदूर के सफलता के पीछे सेना के आलावा तीन प्रशासनिक अधिकारियों की भी खूब तारीफ हो रही है। ये तीनों प्रशासनिक अधिकारी 1989 कैडर के हैं। इसलिए, यह संयोग भी खास बनता दिख रहा है। इनमें भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिसरी, केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन और जम्मू कश्मीर के मुख्य सचिव अटल डुल्लू का नाम शामिल है। इसमें दो जम्मू कश्मीर से आते हैं और गोविंद मोहन यूपी के रहने वाले हैं।
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यूपी के रहने वाले गोविंद मोहन भारतीय प्रशासनिक सेवा के 1989 बैच के सिक्किम कैडर के अधिकारी हैं। उनका उत्तर प्रदेश से गहरा संबंध रहा है। मुलता यूपी के रहने वाले मोहन ने अपनी स्कूली शिक्षा लखनऊ के सेंट फ्रांसिस कॉलेज से 1982 में पूरी की। इसके बाद उन्होंने बीएचयू-आईआईटी वाराणसी से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में स्नातक और आईआईएम अहमदाबाद से प्रबंधन में स्नातकोत्तर (1986-88) की पढ़ाई की।गोविंद मोहन के पिता उत्तर प्रदेश के पीडब्ल्यूडी विभाग में चीफ इंजीनियर रह चुके हैं।गोविंद मोहन 2017 से केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं। संस्कृति मंत्रालय में सचिव के रूप में कार्यरत थे, तब उन्हें केंद्रीय गृह सचिव का कार्यभार दिया गया था। इससे पहले वे गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव और अतिरिक्त सचिव जैसे महत्वपूर्ण पदों पर भी काम कर चुके हैं। गोविंद मोहन को उनके ईमानदारी और काम करने की छमता के लिये जाना जाता हैं।