पहलगाम की बैसरन घाटी में 27 पर्यटकों के नरसंहार के बाद भारत में गम और गुस्से का आलम है. हर तरफ से बदला लेने की आवाज उठ रही है. देश के नेता से लेकर जनता तक सबके मुँह पर सिर्फ एक शब्द है कि किसी भी तरीके आतंक के पनाहगार पाकिस्तान को ऐसा सबक मिले जिससे उसकी रूह कांप जाये ,,,हालाँकि भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ डिप्लोमेटिक एक्शन की शुरुआत कर दी है. हिंदुस्तान ने एक्शन के तौर पर सबसे पहले सिंधु जल समझौते को सस्पेंड करने का ऐलान किया. इसके बाद भारत में पाकिस्तानी उच्चायोग में नियुक्त तमाम डिफेंस एडवायजर्स को देश छोड़ने का आदेश दे दिया ,सभी को भारत छोड़ने के लिए 30 अप्रैल का समय दिया गया है.
ALSO READ 1500 से ज्यादा पाकिस्तानी नागिरकों को छोड़ना होगा यूपी

इसके आलावा वीजा पर भारत आए पाकिस्तानी नागरिकों को तत्काल देश छोड़ने का भी आदेश दिया गया है. भारत के इस कड़े और मजबूत एक्शन से पाकिस्तान की हवा टाइट हो गई. बौखलाहट में पाकिस्तान सेना नियंत्रण रेखा पर सीजफायर का उल्लंघन करने लगे हैं, जिसका इंडियन आर्मी मुंहतोड़ जवाब दे रही है.उधर एयरक्राफ्ट कैरियर INS विक्रांत अरब सागर पहुंच चुका है. यह भारत का पहला स्वदेशी एयरक्राफ्ट है. दिलचस्प बात यह है कि कराची भी अरब सागर से ही लगता पाकिस्तान का प्रमुख कमर्शिलय मेगा सिटी है, ऐसे में आईएनएस विक्रांत की अरब सागर में मौजूदगी से पाकिस्तान की जान हलक में है. जम्मू और कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के तुरंत बाद भारत ने आईएनएस विक्रांत को अरब सागर में तैनात कर दिया है. यह कदम पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव के बीच उठाया गया है, जो कथित तौर पर उसी क्षेत्र में मिसाइल परीक्षण की तैयारी कर रहा है.उधर, ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियन ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से फोन पर बात की. उन्होंने जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की और पीड़ितों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त कीं हैं। विदेश मंत्रालय ने बताया कि दोनों नेताओं ने इस बात पर सहमति जताई कि ऐसे आतंकी कृत्यों के लिए कोई भी औचित्य नहीं हो सकता और मानवता में विश्वास रखने वाले सभी देशों को आतंकवाद के खिलाफ एकजुट होकर खड़ा होना चाहिए.,,, प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की जनता के आक्रोश और दुख को साझा करते हुए कहा कि भारत आतंकवादी हमले के दोषियों और उनके समर्थकों के खिलाफ कठोर और निर्णायक कार्रवाई करेगा.. बता दे कि ईरान से पहले इटली, फ्रांस, मिस्र, इजरायल, जॉर्डन, जापान समेत कई देशों के राष्ट्रध्यक्षों ने पीएम मोदी से फोन पर बातचीत की है और पहलगाम आतंकी हमले पर दुख जताया है.

भारत के कड़े रुख को देखते हुए पाकिस्तान ने अपनी सेना को loc सहित कई बॉर्डरों बड़ी संख्या में तैनाती करनी शुरू कर दी हैं ,,पाकिस्तान के तमाम नेता इस बोखलाहट में धमकियां देना शुरू कर दिया हैं ,,पाकिस्तान के पूर्व मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा सिंधु के दरिया या तो हमारा पानी बहेगा या फिर भारत का दरिया में खून बहेगा ,इसके आलावा पाकिस्तान के प्रधान मंत्री शहबाज़ शरीफ़ ने कहा है कि पानी रोकने का मतलब युध्य हैं ,पाकिस्तान के एक और नेता ने कहा कि हम भारत पर परमाणु हमला करेंगे,,,पाकिस्तान के नेताओं के बयान को देखते हुए लग रहा है कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद बुरी तरीके से पाकिस्तान फस गया हैं ,,दूनिया में एक आध देशों को छोड़कर उसकी कोई मदद करने वाला भी नहीं हैं। पाकिस्तान में डर और खौफ का माहौल ऐसा है कि पाकिस्तान की सरकार ने मेडिकल स्टाफ की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं. आदेश न मानने वालों के खिलाफ एक्शन लेने की बात कही गई है. लीपा वैली और झेलम वैली में सभी मेडिकल स्टॉफ की छुट्टी रद्द की गई है. डिस्ट्रिक्ट हेल्थ ऑफिसर ने इस बाबत आदेश जारी किया है. ऑर्डर में कहा गया कि देश में आपातकालीन स्थिति को देखते हुए सभी प्रभारी स्वास्थ्य केन्द्रों, THQS, RHCS, BHUS, FAPS को निर्देश दिया जाता है कि वे जिला मुख्यालय अस्पताल के साथ-साथ हुजा जिले के सभी चिकित्सा केन्द्रों में भी किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ और एम्बुलेंस चालकों को हर समय तैयार रखें।