प्रयागराज महाकुंभ में हुई भगदड़ के बाद पुलिस प्रशासन और सतर्क हो गया है। दोबारा ऐसी घटना न हो, इसके लिए मेला क्षेत्र में बड़े पैमाने पर सुरक्षा बदलाव किए गए हैं। अब सभी प्रवेश मार्गों पर सिविल पुलिस के साथ पैरामिलिट्री फोर्स के जवान भी तैनात रहेंगे।
एकल मार्ग व्यवस्था लागू
श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आने और जाने के लिए अलग-अलग रास्ते तय किए गए हैं। काली मार्ग से श्रद्धालु मेला क्षेत्र में प्रवेश करेंगे, जबकि त्रिवेणी मार्ग से बाहर निकलेंगे। इससे भीड़ नियंत्रण में मदद मिलेगी और किसी भी तरह की अव्यवस्था से बचा जा सकेगा।
बैरिकेडिंग होगी मजबूत, भीड़ नियंत्रण के सख्त इंतजाम
भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में बैरिकेडिंग को और मजबूत किया जाएगा। किसी भी जगह भीड़ इकट्ठा न हो, इसके लिए ट्रैफिक डायवर्जन लागू किया गया है। संगम क्षेत्र में एकमार्गी यातायात प्रणाली अपनाई जा रही है, जिससे श्रद्धालुओं को सुगम और सुरक्षित अनुभव मिलेगा।
बसंत पंचमी स्नान पर विशेष सुरक्षा
3 फरवरी को बसंत पंचमी के अमृत स्नान पर भारी भीड़ की संभावना को देखते हुए श्रद्धालुओं की सुरक्षा को और मजबूत किया गया है। झूंसी, फाफामऊ और नैनी जैसे स्नान घाटों पर भी सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं।
प्रशासन पूरी तरह अलर्ट!
मेला क्षेत्र में सुगम यातायात के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। हर रास्ते और चौराहों पर पुलिस और ट्रैफिक कंट्रोल जवानों की ड्यूटी लगाई गई है। श्रद्धालुओं को दिशा-निर्देश देने के लिए हर जगह सूचना केंद्र बनाए गए हैं।
न्यायिक जांच आयोग का दौरा
भगदड़ की घटना की जांच के लिए न्यायिक जांच आयोग ने घटनास्थल और अस्पताल का दौरा किया। हालांकि, आयोग के अध्यक्ष ने इस पर कोई टिप्पणी करने से इनकार किया।
महाकुंभ में श्रद्धालुओं की सुरक्षा प्रशासन की प्राथमिकता है, ताकि वे बिना किसी डर के आस्था के इस महापर्व में भाग ले सकें।