कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने पहली बार संसद में कदम रखा है। वायनाड (केरल) से लोकसभा सांसद चुनी गई प्रियंका ने अपनी संसदीय पारी की शुरुआत करते ही एक बड़ी जिम्मेदारी संभाली है। केंद्र सरकार द्वारा पेश किए गए ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ बिल पर विचार के लिए बनाई जा रही संयुक्त संसदीय समिति (JPC) में प्रियंका का नाम शामिल किया गया है।
सरकार ने ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ पर विधेयक को लोकसभा में पेश कर दिया है और इसे JPC के पास भेजने की तैयारी की जा रही है। इस पर विचार के लिए संसद में विभिन्न दलों से सदस्यों के नाम मांगे गए हैं। कांग्रेस ने चार नामों की सूची सौंपी है, जिसमें प्रियंका गांधी, मनीष तिवारी, सुखदेव भगत और रणदीप सुरजेवाला (दोनों राज्यसभा सदस्य) शामिल हैं।
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प्रियंका गांधी के लिए यह अवसर बेहद खास और जिम्मेदारी भरा है। पहली बार संसद का हिस्सा बनीं प्रियंका के विचार और रवैये पर सबकी नजरें टिकी होंगी। ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ जैसे महत्वपूर्ण मुद्दे पर उनका रुख कांग्रेस की रणनीति के लिए बेहद अहम होगा।
सरकार का प्रयास है कि संसद का शीतकालीन सत्र समाप्त होने से पहले JPC का गठन कर लिया जाए। शीतकालीन सत्र 20 दिसंबर को समाप्त हो रहा है, और इससे पहले इस विधेयक पर चर्चा शुरू करने की योजना है। प्रियंका गांधी का इस समिति में होना कांग्रेस के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।