एक तरफ जहां भारत और पाकिस्तान में यूद्ध जैसे हालात बने हुए हैं। कभी भी कुछ भी हो सकता है वहीं दूसरी तरफ देश में हमारे नेता देश की सियासत में उलझे हुए हैं। एक दूसरे के बयानों को लेकर निशाना साध रहें हैं। अब आप सोचिये क्या यह उचित समय है आपस में लड़ने के लिये। लेकिन नहीं कैसे भी करके जनता के सामने अपने आपको सबसे बेहतर वक्ता व् नेता बताने की देश में होड़ मची हुई हैं .
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दरअसल उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने राज्य के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के एक बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. अखिलेश यादव ने कहा था कि पहलगाम घटना को लेकर पूरे देश में गुस्सा है. आतंकवादियों का मुख्य मकसद डर पैदा करना. नुकसान करना, प्रदेश और देश के कारोबार को रोकना और लोगों को परेशानी पहुंचाना है. आतंकवादी किसी धर्म के नहीं है. आतंकवादियों का कोई धर्म नहीं होता है.अखिलेश के इन बातों को सुनकर डिप्टी सीएम गुस्सा हो गये उनको लगा कि अखिलेश के इस बयान को गलत साबित करने सबसे अच्छा मौका हैं ,,उसके बाद अखिलेश के इस बयान पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा- आतंकवादियों ने पहलगाम में सपा बहादुर अखिलेश यादव जैसे बेलगाम नेताओं की यह धारणा उलट दी है कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता. आतंकवाद का धर्म पक्का होता है. पहलगाम में आतंकवादी धर्म पूछकर ही हिंदुओं को मार रहे थे. लेकिन जनाब ने ‘कान में रूई’ डाल रखी है जिसके कारण कुछ भी सुनने में लाचार हैं.

पीडीए के नाम पर हिंदुओं को ‘गुमराह’ करके उनको हिंदुओं का वोट भी चाहिए. यह सपा बहादुर की हकीकत है.बता दे कि इससे पहले भी केशव ने अखिलेश द्वारा एक वीडियो शेयर किए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए दावा किया था कि सपा चीफ ने पहलगाम हमले का अधूरा वीडियो शेयर किया था. X पर ही केशव ने लिखा था- आधा सच बताने की बीमारी से बुरी तरह ग्रस्त हैं सपा बहादुर अखिलेश यादव. पहलगाम की आतंकी घटना में धर्म की चीख में वोट की दोगली राजनीति के चक्कर में एक बार फिर उन्होंने अपना ‘दोगलापन’ जग-जाहिर किया है. आतंकियों के मासूम पर्यटकों से धर्म की बात पूछने वाले सवाल पर सपा बहादुर बड़ी सफाई से ‘उस्तरा चलाकर धर्म चबा गये’ ताकि मुसलमानों को खुश कर सकें.