उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में हिंदुओं के घरों में अवैध मजारों के निर्माण का सिलसिला सामने आने के बाद माहौल गरमा गया है। जिले के कई थाना क्षेत्रों में अब तक आधा दर्जन से अधिक अवैध मजारें हिंदू परिवारों के घरों में पाई गईं, जिन्हें हिंदू संगठनों और पुलिस की मौजूदगी में ध्वस्त कर दिया गया।
सिंबुआ गांव में पांच मजारें मिलने से बवाल
थाना बिलसंडा क्षेत्र के सिंबुआ गांव में रहने वाले धीरज के घर से पांच मजारें मिलीं। हिंदू संगठनों ने आरोप लगाया कि इन मजारों के जरिए धर्म परिवर्तन कराया जा रहा था। हालांकि धीरज ने इन आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि,
“हमने अपने घर में आस्था से मजार बनाई, जिससे परिवार की परेशानियां दूर हो गईं। यह मखदूम अशरफ की दरगाह है, हमारे पूर्वज भी यहां चिराग जलाते रहे हैं।”
धीरज ने कहा कि उनके घर में अचानक मौतें हो रही थीं, लेकिन जब से उन्होंने मजार पर चिराग जलाना शुरू किया, तब से सब कुछ ठीक है। लेकिन हिंदू संगठनों और पुलिस की मौजूदगी में उनकी दरगाह को तोड़ दिया गया।
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करेली क्षेत्र में भी दो मजारें ध्वस्त
थाना करेली क्षेत्र के बमरौली गांव में रहने वाले अरुण मौर्य के घर से भी दो मजारें मिलीं। पुलिस और हिंदू संगठनों के पहुंचते ही इन मजारों को स्थानीय लोगों ने खुद ही तोड़ दिया। एक के बाद एक हिंदू घरों में मजारें मिलने से क्षेत्र में संकट और तनाव का माहौल बन गया है।
हिंदू संगठन बोले – “धर्म परिवर्तन की साजिश”
हिंदू योगी सेना के अध्यक्ष ने इस घटनाक्रम पर कहा,
“हिंदुओं को बरगलाकर उनके घरों में मजार बनाकर धर्म परिवर्तन करवाने की साजिश चल रही थी। हमें जैसे ही जानकारी मिली, हमने प्रशासन को अवगत कराते हुए अवैध मजारों को तुड़वाया है।” हिंदू संगठनों ने इसे धर्म परिवर्तन की बड़ी साजिश करार दिया है और कहा है कि अब वे इस तरह की गतिविधियों के खिलाफ व्यापक अभियान चलाएंगे।