कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में कानपुर के वीर सपूत शुभम द्विवेदी की शहादत ने पूरे देश को झकझोर दिया है। गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुभम को अंतिम विदाई देने उनके पैतृक निवास, हाथीपुर (कानपुर) पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की। शुभम का अंतिम संस्कार ड्योढ़ी घाट पर राजकीय सम्मान के साथ हुआ।
मुख्यमंत्री ने शुभम की पत्नी और परिजनों से मुलाकात की, उन्हें ढांढस बंधाया और पूरी घटना की आपबीती सुनी। भावुक होते हुए उन्होंने कहा, “जो इस आतंकी साजिश में शामिल हैं, उन्हें इसका परिणाम भुगतना होगा। आतंक के इन फनों को पूरी ताकत से कुचला जाएगा और पूरा देश इसका गवाह बनेगा।”
आतंकवाद अपनी अंतिम सांसें गिन रहा है
मुख्यमंत्री योगी ने कहा, “पहलगाम की आतंकी घटना क्रूर, वीभत्स और कायराना थी। यह दिखाता है कि आतंकवाद अब अपने अंतिम दौर में है। निर्दोष पर्यटकों को निशाना बनाना, धर्म पूछकर हत्या करना, और बहन-बेटियों के सामने सिंदूर उजाड़ना किसी भी सभ्य समाज के लिए अस्वीकार्य है।”
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उन्होंने भरोसा दिलाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार आतंकवाद और उग्रवाद को जड़ से खत्म करने के लिए “जीरो टॉलरेंस नीति” के तहत कार्रवाई कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि अब आतंक के ताबूत में “अंतिम कील ठोंकने की शुरुआत हो चुकी है।”
पूरा देश साथ खड़ा है
मुख्यमंत्री ने कहा, “शुभम परिवार का इकलौता बेटा था और अभी दो महीने पहले ही उसकी शादी हुई थी। इस दुख की घड़ी में डबल इंजन की सरकार पूरे परिवार के साथ खड़ी है।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सरकार आतंकी घटनाओं पर वोट बैंक की राजनीति नहीं करती, बल्कि देश की सुरक्षा सर्वोपरि है।
राजकीय सम्मान और भावनात्मक विदाई
शुभम का पार्थिव शरीर बुधवार रात लखनऊ होते हुए कानपुर लाया गया। मुख्यमंत्री के निर्देश पर राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार की व्यवस्था की गई। अंतिम दर्शन के समय गांव का हर कोना ग़म और ग़ुस्से से भर गया था। मुख्यमंत्री ने पिता के कंधे पर हाथ रखकर उन्हें हिम्मत दी और पत्नी से पूरी घटना की व्यथा सुनी।
इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना, प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी, कैबिनेट मंत्री राकेश सचान, सांसद रमेश अवस्थी, मंत्री प्रतिभा शुक्ला समेत कई जनप्रतिनिधि और अधिकारी उपस्थित रहे।