भारत का सबसे बड़ा राज्य उत्तर प्रदेश इस समय खूब सुर्खियां बटोर रहा है फिर चाहे महाकुंभ को लेकर हो यह फिर कैबिनेट की बैठक को लेकर, विपक्ष भी इसको लेकर तकरार के मूड में दिखाई पड़ रहा मगर योगी सरकार कुछ सुनने के मूड में नहीं बल्कि कुछ कर दिखाने के मूड में है, जहां एक तरफ हिंदुत्व पर लगातार चर्चाएं होती है विपक्ष सवाल उठाता है वही सनातनियों के आस्था के बड़े केंद्र वाले नगरों में BJP सरकार योगी के नेतृत्व में कैबिनेट बैठक का आयोजन विपक्ष का मुंह बंद करने के साथ साथ बड़े फैसले लेकर यूपी की जनता को सौगात दे रही है। योगी सरकार ने अपने तमाम मंत्रियों के साथ महाकुंभनगर में कैबिनेट बैठक का आयोजन किया, बड़े और महत्वपूर्ण फैसले लिए गए, ब्रजेश पाठक धोती कुर्ता और रुद्राक्ष की माला पहनकर एक अलग ही कलेवर में नजर आ रहे थे, योगी के सभी मंत्री उत्साहित दिख रहे थे, मगर इधर विपक्ष ने तो मानो सरकार पर हमला ही बोल दिया, सपा मुखिया अखिलेश यादव इस कदर नाराज दिखे कि उन्होंने कहा कि, “कुंभ और प्रयागराज वो स्थान नहीं है,जहां पर राजनीतिक कार्यक्रम किये जायें”।
बाइट: सपा मुखिया अखिलेश यादव
चलिए ये तो हुई विपक्ष की बात मगर सत्ता दल इस बैठक के उत्साहित दिखा, विधानसभा के अनुपूरक बजट में भी प्रयागराज को विशेष तरजीह दी गई, जिसको लेकर भी विपक्ष लगातार सवाल उठाता रहा, मगर योगी ने किसी की न सुनी, वही हाल अब सरकार के मंत्रियों का रहा, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक है और आज ऐतिहासिक फैसले लिए गए है।
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इसके साथ ही कैबिनेट बैठक को लेकर अनादि टीवी ने सरकार के तमाम मंत्रियों से बातचीत की, इन मंत्रियों का साफ तौर पर कहना है कि इससे विकास को गति मिलेगी।
जहां एक तरफ सीएम योगी ने कैबिनेट बैठक बुलाई तो दूसरी तरफ कांग्रेस ने भी हल्ला मचा दिया, यह कोई पहली बार नहीं है जब योगी सरकार की कैबिनेट बैठक किसी धार्मिक नगरी में हो रही हो, सरकार के सभी मंत्रियों के साथ वर्ष 2019 में संगम में डुबकी लगाई थी, कल 22 जनवरी की तारीख रही, जिस दिन अयोध्या में प्रभु श्री राम लला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा सम्पन्न हुई थी, उसी दिन योगी सरकार ने कैबिनेट बैठक का आयोजन कर पूरे प्रदेश की सौगात सौंपी है, अयोध्या में भी हुई कैबिनेट बैठक के बाद पूरे प्रदेश को सौगात मिली थी, लेकिन कांग्रेस इस बैठक को लेकर बीजेपी पर नकल करने का आरोप लगा रही है,।
बाइट: अंशु अवस्थी, प्रवक्ता, कांग्रेस
फाइनल vo: कुछ भी हो, सवाल चाहे जितने उठे, विपक्ष चाहे जितना बोले, मगर योगी सरकार मलंग रूप से अपनी सरकार का संचालन करते हुए विपक्ष को लगातार मुंह तोड़ जवाब दे रही है, धार्मिक नगरियों में कैबिनेट की बैठक का आयोजन कर इसका संदेश पूरे देश दुनिया में दे रही हैं, इस कैबिनेट बैठक में पूरे प्रदेश की बड़ी सौगात दी गई है मगर अखिलेश भी लगातार शायराना अंदाज में योगी सरकार को घेरते हुए नजर आ रहे है, एक अखबार की कटिंग को पोस्ट करते हुए अखिलेश ने लिखा कि झूठ ना बोलो ‘गंगा के तट’न करो घोषणा बिन-बजट
वही अखिलेश यादव के अन्य पोस्ट में कैबिनेट स्नान को लेकर भी तंज कसा गया है, सोशल मीडिया पर अखिलेश ने लिखा कि “त्रिवेणी को करें प्रणाम,और रखें नहान का मान। इसके साथ ही अन्य पोस्ट में “यही प्रार्थना है प्रभु से जो भी ‘संगम तट’ जाए,उनके अंदर सौहार्द-प्रेम और करूणा उपजाए” लिखकर योगी सरकार को घेरा गया है।
बहस इस बात की है कि यदि सरकार ने धार्मिक स्थलों पर एक दिन की सरकार चला ली तो इसमें समस्या कहा है, कैबिनेट बैठक से विपक्ष को नाराजगी क्यों? कांग्रेस को 1988 की बैठक याद है मगर उसके बाद की कोई बात याद क्यों नहीं है? महाकुंभ में योगी के प्रयास पर सपा मुखिया का जवाब कही न कही राजनीति में योगी के हिंदुत्व कद को और बड़ा कर रहे है??